तुम्हे नहीं इस ज़िन्दगी से प्यार
क्यों नहीं दे देते मुझे अपनी ज़िन्दगी उधार
पंख लगा उड़ने को हूँ में तैयार
दे दो मुझे ये जिन्दी उधार
तड़पता हैं मेरा ये पागल मन
रोज नाचती हंसती खुशियों के लिए
मरते हैं रोज मेरे सपने इस देहलीज तले
लगा दो पंख मुझे , कर दो मुझे इस कैद से आजाद
दो पल ही सही पर दे दो मुझे ज़िन्दगी उधार
Dedicated to my sister
क्यों नहीं दे देते मुझे अपनी ज़िन्दगी उधार
पंख लगा उड़ने को हूँ में तैयार
दे दो मुझे ये जिन्दी उधार
तड़पता हैं मेरा ये पागल मन
रोज नाचती हंसती खुशियों के लिए
मरते हैं रोज मेरे सपने इस देहलीज तले
लगा दो पंख मुझे , कर दो मुझे इस कैद से आजाद
दो पल ही सही पर दे दो मुझे ज़िन्दगी उधार
Dedicated to my sister